नवरात्रि में कैसे करे दुर्गा माता के छठवें रूप माता कात्यायनी की पूजा ? जिससे आपके ऊपर पूरे साल भर बनी रहे माता रानी की कृपा,

दुर्गा माता का छठवा रूप है देवी कात्यायनी जिनकी पूजा करने से मिलते है शुभ फल, देवी को क्या भोग है पसंद और कैसे रंग के कपड़े पहन कर करे देवी कात्यायनी की पूजा जानिए next slide पर,

माता कात्यायनी शेर पर सवार होती है और उनके हाथ मे तलवार होती है, दुर्गा माता का यह रूप बेहद ही शक्तिशाली है, इनके प्रभाव से आपके सभी शत्रु परास्त हो जायेगे।

माता रानी के उस रूप की पूजा आपको पीले रंग के वस्त्रों को पहनकर करनी है और उनको पीले रंग के फूल अर्पित करने है,

महिषासुर नामक राक्षस का वध भी दुर्गा माता के कात्यायनी रूप ने ही किया था और इस संसार को कष्टो से मुक्त कराया था।

कात्यायनी माता को शहद बहुत पसंद है, इसीलिए नवरात्रि के छठवें दिन माता रानी को शहद का भोग लगाया जाता है,

माता रानी को शहद का भोग लगाने से आपके अंदर एक आकर्षण शक्ति उत्त्पन होगी जिससे आपके सभी काम पूरे हो जायेगे।

देवी माता के इस रूप की पूजा माता सीता ने भी की थी जिसके फलस्वरूप सीता माता की शादी राम जी से हुई थी,

इसके अलावा रुक्मणि जी ने भी देवी के इसी रूप की आराधना की थी जिसके फलस्वरूप उनकी शादी भगवान श्री कृष्ण से हुई थी।

इसीलिए अगर आपकी भी शादी में कोई रुकावटें आ रही है तो आपको माता कात्यायनी की पूजा जरूर करनी चाहिए, जिससे आपको आपका मनचाहा जीवन साथी मिल जाए।