Carbo Vegetabilis होम्योपैथिक दवा

Carbo Vegetabilis होम्योपैथिक दवा

Carbo Vegetabilis
Carbo Vegetabilis
दोस्तो आज हम आपको carbo vegetabilis के बारे में बताएंगे, carbo vegetabilis एक होम्योपैथिक दवा है, जो कि बहुत ही उपयोगी और प्रभावकारी दवा है, इस दवा को हमारे चिकित्सक लोगो ने मृत संजीवनी औषधि की संज्ञा भी देते है, क्योंकि अगर कोई आदमी अपनी चेतना खो दे, और उसके बचने की कोई भी उम्मीद न हो, तब बिना वक्त खोए उस रोगी को carbo vegetabilis का घोल पिला देना चाहिए, इससे उस रोगी के प्राण बच जाएंगे, और उसकी चेतना वापिस लौट आएगी, इसके अलावा carbo vegetabilis के सेवन से बहुत सारे गंभीर रोग भी दूर हो जाते है।

carbo vegetabilis के सेवन से होने वाले लाभ –

🔘 carbo vegetabilis के सेवन से शरीर के फोड़े व फुंशी ठीक हो जाते है।
🔘 carbo vegetabilis के सेवन से सिरदर्द में आराम मिलता है।
🔘 carbo vegetabilis के सेवन से पेट के रोगों में भी आराम मिल जाता है।
🔘 carbo vegetabilis के सेवन से दस्त भी ठीक हो जाते है।
🔘 carbo vegetabilis के सेवन से बुखार में राहत मिल जाती है।
🔘 खट्टी डकारों के इलाज में carbo vegetabilis का उपयोग किया जाता है।
🔘 carbo vegetabilis का उपयोग निमोनिया, अतिसार, टायफायड, हैजा जैसे बहुत ही डेंजर रोगों के उपचार में किया जाता है।
🔘 carbo vegetabilis के सेवन से मन के सभी रोग सही हो जाते है।

विभिन्न रोगों के उपचार में carbo vegetabilis का उपयोग –

1. मन के रोगों के उपचार में –

carbo vegetabilis के सेवन करने से मन के सभी रोग ठीक होने लगते है, और रोगी को आराम मिलना शुरू हो जाता है और एक समय ऐसा आता है कि रोगी मन के रोगों से पूरी तरह से निजात पा लेता है, अगर रोगी की याददाश्त बहुत कमजोर हो गयी है, और उसे अंधेरे से डर लगता है और वह यह फील करता है कि अंधेरे में उसे भूत पकड़कर खा लेंगे, अगर रोगी को यह सब लक्षणो की शिकायत है तो उसे तुरंत carbo vegetabilis का सेवन करवाना चाहिए।

2. सिर के रोगों के उपचार में –

carbo vegetabilis के सेवन करने से सिर से जुड़े हुए सभी रोग जड़ से ठीक हो जाते है, अगर रोगी के सिर में बिना किसी बात के तेज दर्द होता रहता है, या फिर रोगी के बाल गिर रहे हो, और बाल को पुश करने पर बहुत तेज दर्द होता हो, या फिर रोगी के सिर में खुजली रहती हो, या फिर रोगी के सिर में चक्कर आने लगते है तो उस रोगी को carbo vegetabilis का सेवन करवाना चाइये।

3. चेहरे के रोगों के उपचार में carbo vegetabilis का उपयोग –

अगर रोगी किसी भी तरह के चेहरे के रोग से पीड़ित है, या फिर रोगी के मुँह पर दाने और खुजली होती हो, या फिर रोगी के चेहरे का रंग पीला, नीला और लाल रहता हो, या फिर रोगी का चेहरा चित कबरा हो गया हो तो उस रोगी को carbo vegetabilis का सेवन करवाना चाहिए।

4. आँख, कान और नाक के रोगों के उपचार में carbo vegetabilis का उपयोग –

carbo vegetabilis के सेवन करने से आँख, नाक व कान के सभी रोग ठीक हो जाते है, अगर किसी रोगी की नेत्र लाल रहते हो, या फिर रोगी की आँखों मे दर्द रहता हो, या फिर उस रोगी की आँखों में खुजली होती हो, या फिर उस रोगी की आंखों में जलन होती हो, या फिर रोगी के कान में फुंशी हो गई हो, या फिर रोगी को कम सुनाई पड़ता हो, या फिर उस रोगी को कान में पपड़ी की समस्या हो, या फिर उस रोगी की नाक से हमेशा बिना वजह के ही नकसीर फूट जाती हो, या फिर उस रोगी की नाक की कोशिकाओं में सिकुड़न हो जाती हो, या फिर नाक पर दाने और फुंशी हो जाती हो तब रोगी को carbo vegetabilis की खुराकें खिलवानी चाहिए जिससे रोगी हफ्ते भर के अंदर ठीक हो जाएगा।

5. दाँत और मुँह के रोगों के इलाज में carbo vegetabilis का उपयोग –

अगर किसी रोगी के दाँत कमजोर हो गए हो, या फिर रोगी के दाँतो में दर्द रहता हो, या फिर रोगी के मसूड़ो से खून आता हो, या फिर रोगी के मुंह से बदबू आती हो, या फिर रोगी को मुँह में हमेशा छालों की दिक्कत रहती हो तो उस रोगी को carbo vegetabilis का सेवन करना चाहिए।

6. पेट के रोगों के उपचार में carbo vegetabilis का उपयोग –

अगर किसी रोगी के पेट मे दर्द रहता हो या फिर रोगी के पेट में मरोड़ आती हो या फिर रोगी के पेट मे घाव हो गए हो या फिर रोगी डकारे अति हो, या फिर उस रोगी को मतली आती हो, या फिर रोगी को उल्टियाँ आती हो, या फिर रोगी को दस्त लग जाते हो, और खाना खाते समय उसके पेट में दर्द होने लगता हो तो उस रोगी को carbo vegetabilis का उपयोग करना चाहिए।

7. मल के रोगों के उपचार में carbo vegetabilis का उपयोग –

अगर किसी रोगी को मल त्याग करने में दर्द होता हो, या फिर रोगी को मल करते समय जलन होती हो या फिर रोगी को मल के साथ खून आता हो तो उस रोगी को carbo vegetabilis खिलानी चाहिए।

8. बुखार के उपचार में carbo vegetabilis का उपयोग –

अगर रोगी को तेज बुखार हो, और इसके साथ रोगी को सर्दी भी लग रही हो या फिर रोगी को बुखार के साथ कमजोरी भी आ रही हो, तो उस रोगी को carbo vegetabilis का सेवन करना चाहिए।

किस किस पोटेंसी में आती है carbo vegetabilis दवा –

carbo vegetabilis दवा 200, और 300 की पोटेंसी में ही आती है।

carbo vegetabilis का सेवन कैसे करना चाहिए ?

carbo vegetabilis का सेवन आपको 5 बूँद आधा कप पानी मे मिला कर दिन में 3 से 5 बार पीना चाहिए, carbo vegetabilis का कभी भी ओवरडोज नही लेना चाइये।

carbo vegetabilis का सेवन करते वक्त सावधानियां –

🔷 carbo vegetabilis एक संजीवनी बूटी वाली होम्योपैथिक दवा है, इसीलिए इसका कभी भी अति सेवन करने से आपको बचना चाहिए।
🔷 carbo vegetabilis को सूरज की रोशनी से बचाना चाहिए, क्योंकि अगर carbo vegetabilis होम्योपैथिक दवा पर सूर्य का प्रकाश पड़ जाता है तो वह खराब हो जाती है।
🔷 carbo vegetabilis को सूखे व ठंडे जगह पर रखना चाहिए, और नमी से carbo vegetabilis को बचाना चाहिए।
🔷 carbo vegetabilis को हमेशा अपने घर में ऊंचे जगह पर ही रखना चाहिए, जिससे बच्चे इस दवा को खा न सके।
🔷 carbo vegetabilis को खाने से पहले उसकी एक्सपायरी डेट जरूर देख ले।
🔷 carbo vegetabilis का सेवन खुद के मन से नही करना चाहिए, अगर कोई आपातकालीन परिस्थिति आ जाती है तब की बात अलग है, आप जब भी carbo vegetabilis का उपयोग करे तो किसी अच्छे होम्योपैथिक चिकित्सक की सलाह से ही करें।

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