क्यों मनाया जाता है गुड़ी पड़वा 2022 –
Dosto गुड़ी पड़वा का त्योहार मुख्य रूप से पूरे दक्षिण भारत मे मनाया जाता है, इस त्यौहार को हम उगादि के नाम से भी जानते है, इसके अलावा चेन्नई, तमिलनाडु, केरल जैसे सभी राज्यो में बड़ी धूमधाम के साथ गुड़ी पड़वा त्यौहार को मनाते है। गुड़ी पड़वा का दिन बहुत ही इम्पोर्टेन्ट होता है क्योंकि इसी दिन से विक्रम संवत का नया साल जो कि हिंदुओं का नया साल माना जाता है, शुरू होता है।
2022 में किस दिन है गुड़ी पड़वा त्यौहार –
दोस्तो हमारे देश में रोज कोई न कोई त्योहार होता ही रहता है, इसीलिए हमारे देश भारत को त्योहारों के देश के नाम से भी जाना जाता है, इस साल 2022 में गुड़ी पड़वा या उगादि त्यौहार 2 अप्रैल के दिन मनाया जाएगा, यह त्यौहार बसंत ऋतु के पूरी तरह धरती यानी की हमारे देश में कायम रहने पर मनाया जाता है।
उगादि त्योहार (फेस्टिवल) को मनाने का तरीका –
गुड़ी पड़वा या उगादि त्योहार के दिन लोग निम्नलिखित दिनचर्या को अपनाते हुए इस त्यौहार को मनाते है –
1. गुड़ी पड़वा या उगादि त्योहार के दिन सब लोग सुबह जल्दी ही उठ जाते है, और अपने पूरे घर की सफाई करते है और घर को पानी से धोते है।
2. गुड़ी पड़वा या उगादि त्योहार के दिन लोग पहले से ही नए कपड़े लेके रखते है जिसे आज के दिन लोग पहनते है।
3. सफाई करने के बाद लोग अपने सिर और पूरी बॉडी पर तिल को या तिल के तेल को लगाकर नहाते है, इसके बाद नए ड्रेस को पहनते है।
4. इसके लोग अपने घरों को सजाते है, और घर के मुख्य द्वार पे आम के पत्ते के तोरण लगाते है।
5. इसके साथ ही लोग घरों पर रंगोली भी बनाते है।
6. इसके बाद लोग अपने घरों में मिठाई ओर पकवान बनाते है।
7. लोग अपने घरों में इस दिन खट्टे मीठे पकवान भी बनाते है, जिसे सभी मिलकर खाते है।
निष्कर्ष –
दोस्तो तो आपको हमारा आज का लेख गुड़ी पड़वा या उगादि त्योहार 2022 कैसा लगा, हमें कॉमेंट करके जरूर बताना, गुड़ी पड़वा का त्यौहार उत्तर भारत में भी मनाया जाता है, हमारे यहाँ इस त्योहार को नवरात्र के नाम से जानते है।